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Navratri 2019: आज है दूसरा नवरात्र मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के उपाय

Navratri 2019: आज है दूसरा नवरात्र मां ब्रह्मचारिणी को प्रसन्न करने के उपाय

नवरात्र के व्रत शुरू हो चुके हैं। ऐसे में दुर्गा मां के भक्त मां को प्रसन्न् करने का कोई मौका नहीं छोड़ने चाहते हैं। हिंदू धर्म में बताए गए मां के 9 स्वरूपों का अपना एक विशेष महत्व होता है।

नवरात्रि शुरू, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कलश स्थापना और व्रत के नियम

नवरात्रि शुरू, जानिए तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, कलश स्थापना और व्रत के नियम

शारदीय नवरात्रि को मुख्य नवरात्रि माना जाता है. हिन्दू कैलेंडर के अनुसार यह नवरात्रि शरद ऋतु में अश्विन शुक्ल7 पक्ष से शुरू होती हैं और पूरे नौ दिनों तक चलती हैं

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का खास महत्व होता है. शनि अमावस्या के दिन इस विधि से पूजन करने से कई लाभ होते हैं

हिंदू धर्म में अमावस्या तिथि का खास महत्व होता है. शनि अमावस्या के दिन इस विधि से पूजन करने से कई लाभ होते हैं

अमावस्या तिथि विशेष प्रभाव की तिथि मानी जाती है. इस दिन स्नान, दान और पूजा उपासना का विशेष महत्व होता है. अगर यह अमावस्या शनिवार को पड़ जाती है

28 सितंबर, शनिवार को सर्वपितृ अमावस्या, इन उपायों से होगी पितरों की तृप्ति

28 सितंबर, शनिवार को सर्वपितृ अमावस्या, इन उपायों से होगी पितरों की तृप्ति

इस दिन सभी ज्ञात-अज्ञात पितरों के निमित्त श्राद्ध किया जा सकता है, लेकिन कुछ ऐसे सामान्य उपाय भी हैं जिनके करने से आप अपने पितृगणों को संतुष्ट कर सकते हैं।

इस शनि अमावस्या को ये खास उपाय आपके लिए Shani Amavasya 2019

इस शनि अमावस्या को ये खास उपाय आपके लिए Shani Amavasya 2019

शनिदेव न्याय के देवता हैं। वे सूर्य पुत्र एवं यमराज के भ्राता हैं। अपनी दशा साढ़ेसाती आदि में किए गए कर्म के भले या बुरे फल देते हैं।

कपिल मुनि जी के बारे में भगवद्गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं  ''सिद्धों में मैं कपिल हूँ । ''

कपिल मुनि जी के बारे में भगवद्गीता में श्रीकृष्ण कहते हैं ''सिद्धों में मैं कपिल हूँ । ''

भगवान विष्णु ने पांचवा अवतार कपिल मुनि के रूप में लिया। इनके पिता का नाम महर्षि कर्दम व माता का नाम देवहूति था।

शनि अमावस्या के दिन श्री शनिदेव की आराधना करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंती हैं

शनि अमावस्या के दिन श्री शनिदेव की आराधना करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंती हैं

शनि अमावस्या के दिन श्री शनिदेव की आराधना करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होंती हैं. 28 सितंबर 2019 को शनिवार के दिन शनि अमावस्या मनाई जानी है

ये शनि अमावस्या पितृदोष से दिलायेगा मुक्ति  | Shani Amavasya and Pitradosha

ये शनि अमावस्या पितृदोष से दिलायेगा मुक्ति | Shani Amavasya and Pitradosha

अमावस्या का विशेष महत्व है और अमावस्या अगर शनिवार के दिन पड़े तो इसका महत्व और अधिक बढ़ जाता है. शनिदेव को अमावस्या अधिक प्रिय है

2019 में कब है इंदिरा एकादशी और कथा-व्रत तिथि व पूजा मूहुर्त

2019 में कब है इंदिरा एकादशी और कथा-व्रत तिथि व पूजा मूहुर्त

एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में आस्था रखने वालों के लिये खास महत्व है। प्रत्येक चंद्र मास में दो एकादशियां आती है। इस तरह साल भर में 24 एकादशियां आती है

श्राद्ध क्या है? यह क्यों किया जाता है?

श्राद्ध क्या है? यह क्यों किया जाता है?

भाद्र्रपद महीनें की पूर्णिमा एवं आश्विन के कृष्ण पक्ष के पंद्रह दिन, श्राद्धपक्ष अथवा महालय पक्ष कहलाते हैं। ये दिन पूर्वजों और ऋषि-मुनियों के स्मरण वाले दिन माने जाते हैं।

पर्व / पितृ पक्ष  किस तिथि पर किसका श्राद्ध करना चाहिए

पर्व / पितृ पक्ष किस तिथि पर किसका श्राद्ध करना चाहिए

शनिवार, 14 सितंबर को भादौ मास की पूर्णिमा है। इस तिथि पर भाद्रपद मास खत्म हो जाएगा। 15 सितंबर से आश्विन मास शुरू होगा। इस मास के कृष्ण पक्ष में पितृ पक्ष मनाया जाता है।

2019 में श्राद्ध कब से कब तक है।

2019 में श्राद्ध कब से कब तक है।

भाद्र्रपद महीनें की पूर्णिमा एवं आश्विन के कृष्ण पक्ष के पंद्रह दिन, श्राद्धपक्ष अथवा महालय पक्ष कहलाते हैं। ये दिन पूर्वजों और ऋषि-मुनियों के स्मरण वाले दिन माने जाते हैं।

Anant chaturdashi 2019: ये है गणेश विसर्जन और अनंत चतुर्दशी पूजा मुहूर्त

Anant chaturdashi 2019: ये है गणेश विसर्जन और अनंत चतुर्दशी पूजा मुहूर्त

भाद्रपद मास में शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है। इस बार यह 12 सितंबर यानि आज मनाया जा रहा है। इस दिन ‘अनंत’ भगवान विष्णु की पूजा की जाती है17 मिनट तक।

परिवर्तिनी एकादशी व्रत पूजा विधि,शुभ मुहूर्त व  कथा

परिवर्तिनी एकादशी व्रत पूजा विधि,शुभ मुहूर्त व कथा

परिवर्तिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा की जाती है। इस एकादशी पर श्री हरि शयन करते हुए करवट लेते हैं इसलिए इसे एकादशी को परिवर्तिनी एकादशी कहा जाता है

Ganesh Chaturthi 2019: जानें गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और पूजा का महत्व

Ganesh Chaturthi 2019: जानें गणेश चतुर्थी का शुभ मुहूर्त और पूजा का महत्व

गणेश चतुर्थी भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी को मनाया जाता है। मान्यता है कि गणेश जी का जन्म भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी को मध्याह्न काल में, सोमवार, स्वाति नक्षत्र एवं सिंह लग्न में हुआ था।