Submitted by Shanidham
नवरात्र के व्रत शुरू हो चुके हैं। ऐसे में दुर्गा मां के भक्त मां को प्रसन्न् करने का कोई मौका नहीं छोड़ने चाहते हैं। हिंदू धर्म में बताए गए मां के 9 स्वरूपों का अपना एक विशेष महत्व होता है। प्रथम दिन दुर्गा मां के शैलपुत्री अवतार की पूजा की जाती है तो दूसरे दिन ब्रह्मचारिणी माता के नाम का होता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रों के दौरान सच्चे दिल से की गई पूजा कभी व्यर्थ नहीं जाती है।
मां ब्रह्मचारिणी के नाम ब्रह्म का मतलब होता है तपस्या और चारिणी मतलब होता है आचरण करना। मां की उपासना अनंत फल प्रदान करने वाली है। मां का स्मरण करने से तप, त्याग, वैराग्य, सदाचार और संयम में वृद्धि होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, जो साधक विधि विधान से देवी के इस स्वरुप की पूजा अर्चना करता है उसकी कुंडलिनी शक्ति जाग्रत हो जाती है। ऐसे में आइे जानते हैं वो कौन से उपाय है जिन्हें करने से मां अपने भक्तों पर झट से प्रसन्न हो जाती है।
मां ब्रह्मचारिणी व्रत की पूजन विधि-
मां दुर्गा के दूसरे स्वरूप मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने के लिए सबसे पहले नहा-धोकर साफ-सुथरे कपड़े पहन लें। इसके बाद ब्रह्मचारिणी की पूजा के लिए उनका चित्र या मूर्ति पूजा के स्थान पर स्थापित करें। उस पर फूल चढ़ाएं दीपक जलाएं और नैवेद्य अर्पण करें। इसके बाद मां दुर्गा की कहानी पढ़ें और नीचे लिखे इस मंत्र का 108 बार जप करें।
नवरात्र के दूसरे दिन मां ब्रह्मचारिणी की होती है पूजा, जानें शुभ मुहूर्त- पूजा विधि
हिंदू धर्म में नवरात्री का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है। शक्ति की उपासना का ये पर्व साल में दो बार मनाया जाता है। पंचाग के अनुसार इस बार शारदीय नवरात्र के व्रत 29 सितंबर से शुरु होकर 7 अक्टूबर तक रखे जाएंगे।
इस मंत्र का करें जाप-
दधानां करपद्याभ्यामक्षमालाकमण्डल।
देवी प्रसीदतु मयि ब्रह्माचारिण्यनुत्तमा।
इस विधि से मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करने से कई कष्ट दूर हो जाते हैं और मनुष्य की उम्र लंबी होती है। अगर आपकी कुंडली में बुरे ग्रह स्थित हैं तो उनकी स्थिति सुधर जाती है। सारे दोष मिट जाते हैं और अंत में मनुष्य सारे सुख भोगकर स्वर्ग को प्राप्त होता है।
मां ब्रह्मचारिणी को पसंद है ये भोग-
देवी मां ब्रह्मचारिणी को गुड़हल और कमल का फूल बेहद पसंद है और इसलिए इनकी पूजा के दौरान इन्हीं फूलों को देवी मां के चरणों में अर्पित करें। चूंकि मां को चीनी और मिश्री काफी पसंद है इसलिए मां को भोग में चीनी, मिश्री और पंचामृत का भोग लगाएं। मां ब्रह्मचारिणी को दूध और दूध से बने व्यंोजन अति प्रिय होते हैं। इसलिए आप उन्हें दूध से बने व्यंसजनों का भोग लगा सकते हैं। इस भोग से देवी ब्रह्मचारिणी प्रसन्न हो जाएंगी। इन्हीं चीजों का दान करने से लंबी आयु का सौभाग्य भी पाया जा सकता है।