नवरात्रि (Navratri) के नौवें दिन मां सिद्धिदात्री (Maa Siddhidatri) की पूजा की जाती है. कहते हैं कि सिद्धिदात्री की आराधना करने से सभी प्रकार के ज्ञान आसानी से मिल जाते हैं
नवरात्रि (Navratri) के आठवें दिन यानी कि महाअष्टमी (Mahaashtami) को कन्या( पूजन (Kanya Pujan) से पहले महागौरी की पूजा का विधान है.
Navratri 2020: नवरात्रि का सातवां दिन मां कालरात्रि (Maa Kalratri) को सपमर्पित है. मां कालरात्रि नवदुर्गा का सातवां स्वरूप हैं. इनका रंग काला है
Maa Katyayani: नवरात्रि (Navratri) के छठे दिन मां दुर्गा (Maa Durga) के स्वरूप माता कात्यायनी की पूजा की जाती है, जो कि इस बार 4 अक्टूबर को है.
नवरात्रि का आज पांचवां दिन है। इस दिन स्कंदमाता की पूजा की जाती है। स्कंदमाता की कृपा से शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने और कठिन परिस्थितियों से उबरने में मदद मिलती है।
नवरात्रि में हर दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। प्रथम दिन मां शैलपुत्रि को, द्वितिय दिन मां ब्रह्मचारिणी को, तृतीय दिवस माता चंद्रघंटा को विधि- विधान से पूजने के बाद चौथे दिन माता कूष्माण्डा की अर्चना की जाती है।
नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है और व्रत रखा जाता है। मां अपने भक्तों को आध्यात्मिक शक्ति, आत्मविश्वास और मन पर नियंत्रण का आशीर्वाद देती हैं।
नवरात्रि (Navratri) के दौरान मां दुर्गा का स्मबरण करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और सभी कष्टक पल में दूर हो जाते हैं.
Navratri 2020-: हिन्दूण पंचांग के अनुसार चैत्र मास की द्वितीया तिथि के दिन श्री दुर्गा के द्वितीय रूप माता ब्रह्मचारिणी (Maa Brahmacharini) की पूजा की जाती है.
Chaitra Navratri 2020: चैत्र नवरात्रि शुरू होने वाली हैं। ऐसे में माता के भक्त पूरे 9 दिनों तक माता की पूजा-अर्चना करके मां को प्रसन्न करना चाहते हैं।
मन में उल्लास, उमंग और उत्साह की वृद्धि होती है. दुनिया में सारी शक्तियां नारी या स्त्री स्वरूप के पास ही हैं, इसलिए नवरात्र में देवी की उपासना की जाती है.
चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा 25 मार्च 2020 दिन बुधवार को बासंतिक नवरात्र की शुरुआत हो रही है। वैसे तो इस वर्ष प्रतिपदा तिथि 24 मार्च दिन मंगलवार को दिन में 1:43 बजे लग जा रही है
चैत्र नवरात्रि हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला एक बेहद प्रमुख पर्व है। इसमें देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूप
पापमोचनी एकादशी का अर्थ है पाप को नष्ट करने वाली एकादशी। इस दिन विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए।
आज 3 राजयोगों में होगा होलिका दहन, ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति में समृद्धि और उन्नति का संकेत