Welcome to Shree Shanidham Trust

तुला राशि LIBRA 2021

तुला राशि 2020
तुला राशि का वर्ष प्रारंभ में राशि अधिपति शुक्रदेव मकर राशि चतुर्थ भाव से गोचर कर रहा हैं। सूर्यदेव, बुधदेव, बृहस्पतिदेव, शनिदेव और केतुदेव धनु राशि तीसरे भाव से गोचर कर रहा हैं। चंद्रदेव कुंभ राशि पंचम भाव, मंगलदेव वृश्चिक राशि दूसरे भाव, राहुदेव मिथुन राशि नवम भाव से गोचर कर रहे हैं।
 
शुक्रदेव वर्ष प्रारंभ में मकर राशि चौथे भाव में, 8 जनवरी कुंभ राशि पंचम भाव में, 2 फरवरी मीन राशि छठे भाव में, 28 फरवरी मेष राशि सप्तम भाव में, 28 मार्च वृषभ राशि अष्टïम भाव, 13 मई वक्री अवस्था वृषभ राशि अष्टïम भाव, 25 जून मार्गी वृषभ राशि अष्टïम भाव में, 1 अगस्त मिथुन राशि नवम भाव, 1 सितंबर कर्क राशि दशम भाव, 28 सितंबर सिंह राशि ग्यारहवें भाव, 23 अक्टूबर कन्या राशि बारहवें भाव और 16 नवंबर तुला राशि लग्न भाव, 11 दिसंबर वृश्चिक राशि दूसरे भाव से प्रवेश करेंगे।
शुक्रदेव 31 मई 2020 को पश्चिम में अस्त, 9 जून 2020 को पूर्व में उदित।
 
सूर्यदेव वर्ष प्रारंभ में धनु राशि तीसरे भाव में, 14 जनवरी मकर राशि चौथे भाव में, 13 फरवरी कुंभ राशि पंचम भाव में, 14 मार्च मीन राशि छठे भाव में, 13 अप्रैल मेष राशि सप्तम भाव में, 14 मई वृषभ राशि अष्टïम भाव में, 14 जून मिथुन राशि नवम भाव में, 16 जुलाई कर्क राशि दशम भाव, 16 अगस्त सिंह राशि ग्यारहवें भाव, 16 सितंबर कन्या राशि बारहवें भाव, 16 अक्टूबर तुला राशि लग्न भाव, 16 नवंबर वृश्चिक राशि दूसरे भाव, 15 दिसंबर धनु राशि तीसरे भाव से गोचर कर रहे हैं।
 
मंगलदेव वर्ष प्रारंभ में वृश्चिक राशि दूसरे भाव में, 7 फरवरी 2020 धनु राशि तीसरे भाव में, 22 मार्च मकर राशि चौथे भाव में, 14 मई कुंभ राशि पंचम भाव में, 18 जून मीन राशि छठे भाव में, 16 अगस्त मेष राशि सप्तम भाव में, 10 सितंबर को मेष राशि में वक्री अवस्था में, 4 अक्टूबर को मीन राशि में वक्री अवस्था में छठे भाव में, 14 नवंबर को मार्गी, 14 दिसंबर को मेष राशि सप्तम भाव से प्रवेश करेंगे।
 
बुधदेव वर्ष प्रारंभ में धनु राशि तीसरे भाव, 13 जनवरी मकर राशि चौथे भाव, 30 जनवरी कुंभ राशि पंचम भाव, 17 फरवरी कुंभ राशि में वक्री, 10 मार्च कुंभ राशि में मार्गी, 7 अप्रैल मीन राशि छठे भाव, 25 अप्रैल मेष राशि सप्तम भाव, 9 मई वृषभ राशि अष्टïम भाव, 24 मई मिथुन राशि नवम भाव, 18 जून मिथुन राशि में वक्री अवस्था, 12 जुलाई को मिथुन राशि में मार्गी, 2 अगस्त को कर्क राशि में दशम भाव, 17 अगस्त को सिंह राशि में ग्यारहवें भाव, 2 सितंबर कन्या राशि बारहवें भाव, 22 सितंबर तुला राशि लग्न भाव में, 14 अक्टूबर को तुला राशि में वक्री अवस्था में, 3 नवंबर को मार्गी तुला राशि में, 28 नवंबर को वृश्चिक राशि दूसरे भाव में, 17 दिसंबर को धनु राशि तीसरे भाव में प्रवेश करेंगे।
 
बुधदेव 29 जनवरी को पश्चिम में उदय, 19 फरवरी को वक्री अवस्था में पश्चिम में अस्त, 3 मार्च को पूर्व में उदय, 23 अप्रैल पूर्व में अस्त, 16 मई पश्चिम में उदय, 22 जून वक्री अवस्था में पश्चिम में अस्त, 9 जुलाई वक्री अवस्था में पूर्व में उदय, 5 अगस्त पूर्व में अस्त, 1 सितंबर को पश्चिम में उदय, 20 अक्टूबर को वक्री अवस्था में पश्चिम में अस्त, 31 अक्टूबर को वक्री अवस्था में पूर्व में उदय, 26 नवंबर को पूर्व में अस्त, 
 
बृहस्पतिदेव 30 मार्च को मकर राशि चौथे भाव में प्रवेश करेंगे। 14 मई को वक्री होंगे और वक्री अवस्था में 30 जून को धनु राशि में प्रवेश करेंगे। धनु राशि में 13 सितंबर को मार्गी होंगे और 20 नवंबर को पनु: मकर राशि में चौथे भाव में प्रवेश करेंगे।
बृहस्पतिदेव 10 जनवरी 2020 को पूर्व में उदय
 
शनिदेव 24 जनवरी धनु राशि तीसरे भाव से और 24 जनवरी को मकर राशि चौथे भाव में प्रवेश करेंगे। 11 मई को शनिदेव को वक्री होंगे और 29 सितंबर को मार्गी होंगे।
शनिदेव 30 जनवरी 2020 को पूर्व में उदय
 
राहुदेव वर्ष प्रारंभ में मिथुन राशि नवम भाव में गोचर कर रहा हैं। 23 सितंबर से वृषभ राशि अष्टïम भाव से गोचर करेगा।
 
* तुला राशि वालों के लिए यह वर्ष 2020 में 24 जनवरी से शनिदेव मकर राशि में आपकी राशि से चौथे भाव से गोचर करेगा।
* ज्योतिषीय दृष्टि-कोण के हिसाब से शनिदेव की चतुर्थ ढैय्या आपको प्रारंभ होगी। मेरा आपसे इतना निवेदन है कि शनिदेव की ढैय्या से आपको कहीं भयभीत होने की आवश्यकता नहीं हें।
* इस ढैय्या में किसी भी प्रकार की कारोबारी, कॅरियर, स्वास्थ्य, परिवार संबंधी समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। 
* यदि आप इन सूत्रों का पालन कर रहे हैं तो
1. मां-बाप की सेवा।
2. यदि आप शादीशुदा है तो धर्म का आचरण करें।
3. राष्ट्र के प्रति वफादारी एवं प्रेम आपके भीतर में है तो देवाधिदेव शनिदेव आपको 2020 में मालामाल कर देंगे।
* संपूर्ण ग्रह नक्षत्रों का यह संकेत मिल रहा है कि वर्ष 2020 आपके लिए एक अद्ïभुत रोमांचक अनुभव देने वाला होगा।
* अध्यात्म और सामाजिक सरोकार में रुचि बढ़ेगी।
* स्व प्रयासों एवं परिश्रम का परिणाम मनोनुकूल प्राप्त होगा। इस वर्ष पिछले वर्ष की अनेको परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। 
* नई चुनौतियां का सामना आप बहुत ही धैर्य पूर्वक करेंगे और उसमें विजय भी होगी।
* हां, इस वर्ष स्वावलोकन व स्वाध्याय और इच्छा शक्ति को दृढ़ करने के लिए भीतर की मजबूती के लिए कुछ समय अपने लिए जरूर निकाले और अपने साथ बैठें।
* जनवरी, फरवरी, मार्च, अप्रैल, जुलाई, नवंबर कॅरियर के दृष्टिïकोण से आपके लिए शुभ  व मंगलमय रहेगा।
* संपूर्ण कारोबारी समस्याओं का निवारण होगा। 
* कॅरियर व कारोबार के नए अवसर प्राप्त होंगे। 
* इस दौरान भूमि-भवन, वाहन, चल-अचल संपत्ति के प्राप्ति के प्रबल योग  नजर आ रहे हैं।
* बस एक बात का ध्यान रखना है कि इस वर्ष गरीब, निर्धन, जरूरतमंद व्यक्ति की सेवा करते हुए वर्ष के प्रारंभ में ही कार्य विस्तार की योजना पूरी प्लानिंग से तैयार कर लें और उस योजना के अनुसार साल भर काम करें। सफलता दामन चूमेगी।
* यदि आप नौकरी में है तो वर्ष 2020 आपको यह संकेत दे रहा है कि सफलता मिलेगी।
* आपकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। 
* भाग्य का सितारा आपको लगातार सफलता प्रदान करता रहेगा।
* कॅरियर संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा। 
* नौकरी के नये अवसर प्राप्त होंगे।
* रोजगार के एक से अधिक साधन उपलब्ध होंगे।
* अप्रैल से जुलाई के बीच बृहस्पतिदेव मकर राशि में शनिदेव के साथ चतुर्थ भाव में विराजमान रहेंगे। और यह समय आपके लिए खुशियों से भरा रहेगा।
* अगर आपका व्यापार लोहे का, कपड़ों का या फिर आप देश-विदेश में आयात-निर्यात का कार्य करते हैं तो अप्रत्याशित मुनाफे का संकेत नजर आ रहा है।
* पारिवारिक वातावरण खुशियों से भरा रहेगा।
* पारिवारिक समंव्य बढ़ेगा।
* पैतृक संपत्ति के मसले निपटेंगे।
* यदि आप सरकारी या गैर सरकारी नौकरी में है तो इस वर्ष आपको किसी नयी जगह पर आपका स्थानांतरण हो सकता है।
* आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। पदोन्नति के अवसर मिलेंगे।
* हां, इस बात का विशेष ध्यान रखना पड़ेगा 
* विवादित भूमि-भवन, वाहन संबंधी सौदों में नुकसान हो सकता है।
* साथ ही आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कानूनी दायरों का उल्लंघन न करें।
* ऋण संबंधी मामलों में सावधानी बरतें।
* 11 मई से 29 सितंबर 2020 के बीच शनिदेव वक्री अवस्था में गोचर करेंगे। 
* 14 मई से 13 सितंबर के मध्य बृहस्पतिदेव वक्री रहेंगे। 23 सितंबर को राहुदेव वृषभ राशि में प्रवेश करेंग
* इस समय स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सी सावधानी बरतें।
* दैनिक दिनचर्या नियमित रखें।
* खान-पान में पूरा ध्यान दें।
* संभव हो तो गरिष्ठï व मिर्च-मसालेदार भोजन से परहेज करें।
* तत्तपश्चात का समय आपके लिए शुभ रहेगा।
* 13 सितंबर को देवगुरु बृहस्पतिदेव मार्गी होंगे। और यह परिवर्तन आपको खुशियों का संकेत तो दे रहा है।
* युवाओं को कॅरियर संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलेगी।
* वैवाहिक मसलें हल होंगे।
* प्रतियोगिता और परीक्षा में सफलता मिलेगी।
* एक बात ओर, यदि आप युवा है तो सफलता आपका इंतजार कर रही है। बस प्रयास करें।
* विद्यार्थियों के लिए यह वर्ष शिक्षा के दृष्टिïकोण से पूर्ण सफलता के संकेत दे रहा है।
* विद्यार्थियों को उनकी मेहनत व परिश्रम का पूर्ण फल प्राप्त होगा।
* साथ ही गोचर यह भी संकेत दे रहा है कि लक्ष्य पूर्ति में सफलता मिलेगी।
फिर भी 
* जीवन साथी के वैचारिक मतभेद न बढ़े तो इस बात पर आपको समझौतावादी नीति अपनानी पड़ेगी।
* वैसे इस वर्ष आप संपूर्ण पिछली परेशानियों से मुक्त रहेंगे। 
* बुद्धि विवेक व संतुलन विचार धारा से आप बड़ी से बड़ी समस्या को आप सहजता से निपटा देंगे।
* शत्रु षडयंत्रों के प्रति थोड़े सावधान रहें।
* यात्राओं के दृष्टिïकोण से यह वर्ष ठीक रहेगा।
* घूमने-फिरने का अवसर मिलेगा।
* तीर्थ यात्राओं पर जाने का सुअवसर मिलेगा।
* परंतु यात्राओं में कष्टï का संकेत भी नजर आ रहा है। सावधानी बरतें।
 
आगे मैं आपको व्यवसाय, परिवार, युवा वर्ग, विद्यार्थी, यात्रा व स्वास्थ्य पर अलग-अलग विशेष रूप से जानकारी दूंगा। परंतु मेरा आपसे अनुरोध है कि मैं प्रजापिता ब्रह्मïा नहीं हूंं जो आपके भविष्य के बारे में सौ प्रतिशत भविष्य वाणी कर सकूं। मैं तो मात्र अपने निज अनुभव के आधार पर अपने अनुभव को आपके सामन बांटने आता हूं। संभव है, जो मैं कह रहा हूं उसमें कुछ कमी भी रह सकती है। आपको मेरे साथ नहीं रुकना चाहिए जो मैं कह रहा हूं वही पूर्ण सत्य है, इस पर अंधविश्वास नहीं करना चाहिए। इससे आपकी खोज  की यात्रा रुक जाएगी। आपको अपना शोध जारी रखना चाहिए। इसी में आपका कल्याण है, इसी में आपका भला है। हां, एक बात का दावा जरूर करूंगा कि कर्म बदल सकते हैं ग्रहों की दशा और दृष्टिï दोनों ही। कर्म ही करेंगे आपका कल्याण। कर्म सुधारो, मां-बाप की सेवा करो। पति-पत्नी धर्मानुकूल आचरण करो। और इस राष्ट्र के प्रति वफादारी और अपना कर्तव्य निभाते हुए इस महान कल्याणकारी महामंत्र ॐ  शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जाप करो, आपका भला होगा।
 
 
कारोबार व कॅरियर के दृष्टिïकोण से
* तुला राशि वालों के लिए कारोबार व कॅरियर के दृष्टिïकोण से वर्ष 2020 ठीक रहेगा। 
* सफलता एवं लाभ प्राप्ति के लिए कठिन परिश्रम व मेहनत तो करनी पड़ेगी। परंतु 
* व्यवसाय में लाभ प्राप्ति के अनुकूल अवसर प्राप्त होंगे। 
* मनोनुकूल सुख और सौभाग्य में वृद्घि होगी। 
* कैरिअर के दृष्टिïकोण से यह साल आपके लिए शुभ व लाभदायिक रहेगा।
* रोजगार के नए साधन उपलब्ध होंगे। 
* आपके साथ काम करने वाले अफसर व अधिकारी आपसे प्रसन्न व संतुष्टï रहेंगे। 
* आपके कार्य करने की शैली की वजह से आपको विशेष जिम्मेदारी मिलने की संभावना भी है। 
* यदि आप राजनीति में है तो आपके साहस व पराक्रम में वृद्घि होगी।
* किसी महत्वपूर्ण पद की प्राप्ति के प्रबल अवसर नजर आ रहे हैं।
* फिर भी 11 मई से 29 सितंबर के बीच शनिदेव चौथे भाव से वक्री अवस्था में गोचर करेंगे। बिना सोचे समझे किसी तरह का जोखिम न उठाएं। बुजुर्गों की सलाह आवश्यक है।
* कारोबार में अद्ïभुत सफलता मिलेगी परंतु आपकी हठधर्मिता , दूरदर्शिता की कमी एवं अत्याधिक आत्मविश्वास के कारण व्यावसायिक नुकसान हो सकता है।
* व्यवसाय में कोई नया आर्डर, कोई नई डील आपको नुकसान दे सकती है। 
* इस समय कारोबारी साथियों पर पैनी नजर रखना बहुत जरूरी होगा।
* सरकार से हानि की संभावना। विवादित सौदों में नुकसान या किसी विशेष परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
* यदि आप नौकरी में है तो आपकी इच्छा के विरुद्ध स्थानांतरण की संभावना नजर आ रही है।
* इस समय यदि आपका कारोबार साझेदारी में है तो साथियों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें नुकसान की संभावना है। 
* कानूनी मसलों को लेकर की गई लापरवाही नुकसान दे सकती है।
* दस्तावेजों को लेकर भी इस दौरान आपको विशेष सावधानी बरतनी पड़ेगी।
* परंतु उसके बाद का समय अनुकूल व लाभदायक रहेगा।
* सुख और सौभाग्य में वृद्घि होगी। 
* आर्थिक स्रोतों में वृद्घि होगी। धन लाभ के एक से अधिक साधन उपलब्ध होंगे। 
* परंतु इन सब सफलताओं के साथ-साथ कर्मचारी वर्ग से सावधान रहना होगा 
* क्योंकि कर्मचारी वर्ग आपके साथ विश्वासघात कर सकता है। 
मेरी सलाह मानो या ना मानो
1. यदि प्रयासों के बावजूद भी कॅरियर, कारोबार, दुकान आदि में धन लाभ नहीं हो रहा हो, घर में बचत नहीं हो रही हो तो पूरे वर्ष भोजन से पूर्व चूल्हे की पहली रोटी गाय, कुत्ते व कौवें को अपने हाथ से खिलाएं।
2. महत्वपूर्ण कार्यों को करते समय भगवान शनिदेव का ध्यान करें। निरतंर श्रद्धानुसार ऊँ शं शनैश्चराय नम: मंत्र का जाप करें। 
3. घर में पूजित व सिद्ध किया हुआ शनि यंत्र स्थापित करके सुबह-शाम सरसों के तेल का दीपक जलाकर मंगलकारी शनिमंत्र का जाप करें। आर्थिक दृष्टिïकोण से शुभ रहेगा।
 
पारिवारिक दृष्टिïकोण से
* तुला राशि वालों के लिए पारिवारिक दृष्टिïकोण से वर्ष 2020 अनुकूल रहेगा। 
* घर परिवार में मांगलिक कार्य संपन्न होंगे।
* शादी-विवाह संबंधी परेशानियों से मुक्ति मिलेगी।
* शादी विवाह योग्य जातक-जातिकाओं के विवाह संबंधी मसलें हल होंगे।
* पारिवारिक वातावरण खुशियों से भरा रहेगा।
* परंतु आपकी अपनी जिद्द की वजह से पारिवारिक सदस्यों के मतभेद हो सकता है। यह ना हो इस बात का विशेष ध्यान रखें।
* अकारण क्रोध पारिवारिक सामंजस्य में कमी लायेगा।
* फिर भी पारिवारिक सदस्यों का सहयोग आपके लिए ठीक रहेगा। 
* प्रतिकूल परिस्थितियों में परिवार का सहयोग प्राप्त होगा।
* जीवन साथी का सहयोग मिलेगा।
* 11 मई से 29 के बीच शनिदेव वक्री अवस्था में रहेंगे। 
* इसीलिए घर के मुखिया को घर में सामंजस्य बिठाना बहुत जरूरी होगा।
* किसी रिश्तेदार या किसी पारिवारिक सदस्य से भी सतर्क रहना पड़ सकता है।  
* सब कुछ ठीक होने के बावजूद भी मेरी सलाह है कि जीवन साथी के साथ मतभेद न हो इस बात पर विशेष ध्यान देना होगा।  
* अक्टूबर महीने के बाद आपके परिवार में कोई मांगलिक कार्य संपन्न होंगे। 
* वैसे तो दिसंबर का महीना आपके लिए अच्छा है लेकिन थोड़ा वाहनादि से सतर्क रहना पड़ेगा। 
* साथ ही पैतृक संपत्ति के बंटवारे में सार्वभौमिक सोच व सहजता से कार्य करना होगा।
* इस वर्ष परिवार में वृद्ध व्यञ्चित का स्वास्थ्य भी परेशानी का कारण बन सकता है।
* इस वर्ष संतान पक्ष को लेकर थोड़ी सी परेशानी मुझे नजर आ रही हैं। संतान की मित्र मंडली शिक्षा के प्रति लापरवाही और व्यक्तिगत हरकतो पर थोड़ा सा ध्यान देना होगा।
* आसपास का वातावरण उन्हें गलत राह पर ले जा सकता हैं।
 
मेरी सलाह मानो या ना मानो
1. आप चाहते है कि पूरा साल पारिवारिक वातावरण खुशियों से बीते तो किसी भी रवि पुष्य नक्षत्र के दिन बरगद के पके हुए पांच फल लाकर उसे लाल चंदन से रंग कर स्वच्छ लाल रंग के कपड़े में बांधकर अपने घर के उत्तर पूर्व कोने में कील से लटका दें। 
                        
युवा वर्ग के दृष्टि-कोण से
* तुला राशि वालों के लिए वर्ष 2020 युवा वर्ग के लिए कठिन परिश्रम और कड़ी मेहनत का होगा।
* रोजगार संबंधी समस्याओंं का सामना करना पड़ सकता हैं। 
* इस वर्ष बिना सोचे-समझे कॅरियर और कारोबार में परिवर्तन नहीं करें।
* नये कारोबार को इस वर्ष न शुरु करें तो ठीक रहेगा। 
* नौकरी आदि में संयम व धैर्य से काम करें। साथ ही कर्मचारियों के साथ मनमुटाव ना हो इस बात पर विशेष ध्यान दें।
* हां, कड़ी मेहनत, कठिन परिश्रम का अनुकूल फल आपको अवश्यक प्राप्त होगा।
* गुजारे लायक धन की प्राप्ति होगी।
* पारिवारिक सदस्यों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
* यदि आप नौकरी में है तो बॉस आपकी कार्यशैली से अवश्य संतुष्टï रहेंगे।
* परंतु इस वर्ष विशेष रूप से कुटिल व स्वार्थी मित्रों से सावधान रहने की जरूरत है।
मेरी सलाह मानो या ना मानो
1. कॅरियर व कारोबार में सफलता के लिए युवा वर्ग इस वर्ष पुष्य नक्षत्र के दिन साढ़े सात रत्ती ऑनेक्स रत्न चांदी की अंगूठी में जड़वाकर अनामिका अंगुली में धारण करें।
2. हर बुधवार को दुर्गासप्तशती का पाठ करें या दुर्गा नर्वाण मंत्र का जाप करें।
ऊँ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै।
 
विद्यार्थी वर्ग के दृष्टिïकोण से
* तुला राशि वालों के लिए वर्ष 2020 विद्यार्थियों के लिए शिक्षा के दृष्टिïकोण से अच्छा रहेगा। 
* बृहस्पतिदेव 30 मार्च से पहले तीसरे भाव से गोचर कर रहे हैं। साहस और पराक्रम में वृद्धि होगी।
* मनोबल अनुकूल रहेगा। परीक्षा और प्रतियोगिता के परिणाम भी आपके लिए ठीक रहेंगे।
* अपने लक्ष्य के प्रति सजग रहने से अनुकूल परिणाम प्राप्त होंगे। मनपसंद स्कूल, कॉलेज भी प्राप्त होगा। समय का फायदा उठाएं व पढ़ाई में प्रयत्नशील रहें।
* यदि आपने देर रात तक मित्र मंडली में नहीं बैठे और पढ़ाई पर ध्यान दिया तो सफलता आपका दामन चूमेगी।
* 30 मार्च से 30 जून तक बृहस्पतिदेव की अनुकूल स्थिति नहीं होने के कारण थोड़ी सी आपको सावधानी बरतनी पड़ेगी।
* व्यर्थ का रात्रि भ्रमण और अनैतिक कार्यों से अपने आपको बचाना होगा। अन्यथा आपको अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
 
मेरी सलाह मानो या ना मानो
1. शिक्षा में सफलता के लिए अध्ययन कक्ष में हरे रंग का अधिक से अधिक प्रयोग करें।
2. हर बुधवार को गाय को हरी घास अपने हाथ से खिलाएं।
3. एक दाना गणेश रुद्राक्ष लाल धागे में डालकर गले में धारण करें।
 
स्वास्थ्य के दृष्टिïकोण से
* तुला राशि वालों के लिए वर्ष 2020 स्वास्थ्य के दृष्टिïकोण से थोड़ा सा सावधानी वाला रहेगा।
* 11 मई से 29 सितंबर के बीच में स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सी सावधानी बरतें। अपने ऊपर तनाव को हावी न होने दें। अपने लिए थोड़ा समय निकालें।
* वाहनादि सावधानी से  चलायें। बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। और मौसम परिवर्तन पर विशेष सावधानी बरतें।
* यदि कोई पुरानी बीमारी है जैसे उच्च रक्तचाप, शुगर, हृदय रोग, जोड़ों का दर्द है तो चिकित्सा में लापरवाही न बरतें।
* दैनिक दिनचर्या नियमित रखें।
* खान-पान में पूरा ध्यान दें।
* संभव हो तो गरिष्ठï व मिर्च-मसालेदार भोजन से परहेज करें।
* उसके बाद का समय पूरे वर्ष भर स्वास्थ्य को लेकर कोई विशेष चिंता नहीं नजर आ रही है। 
* अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रात:काल उठें और योग का सहारा लें।
मेरी सलाह मानो या ना मानो
1. यदि स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हो तो हर शुक्रवार को श्रद्धानुसार पके हुए चावल, घी और शक्कर निर्धन, गरीब, विधवा स्त्री या कोई जरूरतमंद निर्धन व्यक्ति को अपने हाथ से खिलाएं। कष्टï मिटेंगे।
 
यात्रा के दृष्टिïकोण से
* तुला राशि वालों के लिए वर्ष 2020 यात्राओं के दृष्टिïकोण से मिलाजुला रहेगा। 
* ज्यादा लंबी यात्राएं करने का अवसर कम ही प्राप्त होगा। 
* परंतु आसपास की यात्राएं लगी रहेंगी। 
*  पारिवारिक सदस्यों के साथ घूमने-फिरने के अवसर प्राप्त होंगे। 
* साथ ही यात्राएं शुभ व मंगलमय हो इसके लिए स्वयं वाहन ना चलाकर यात्रा पर ना जायें। रेल आदि से यात्रा करें तो शुभ रहेगा।
 
 
क्या न करें 2020 में
* किसी भी कार्य में इस वर्ष जल्दबाजी से बचना होगा। अपने आक्रोश और अपनी उत्तेजना को काबू में रखें। 
* अपने को श्रेष्ठï दिखाने की भावना मुसीबत में डाल देगी।
* अगुवा नहीं बनें। 
* धैर्य और संयम का परिचय दें।
* असफलता से न घबराएं।
* इस वर्ष अपना ही भला सोचना परेशानी का सबक बनेगा।
 
क्या उपाय करें 2020 में 
स्वास्थ्य में सुधार
* ॐ  ह्रीं सूर्यपुत्राय क्लीं कृष्णाय नम: इस मंत्र का जाप करें लाभ मिलेगा।
* गऊशाला में चारा व सरसों की खल दान करें।
 
पारिवारिक सुख-शांति व बाधा निवारण के लिए
* प्रात:काल सूर्य को जल दें। माता-पिता के चरण छूएं।
* स्वास्थ्य के लिए हनुमान जी का चमेली के इत्र में सिंदूर की प्रतिमा पर लगवाएं। 
 
आर्थिक सुदृढ़ता के लिए
* हर रोज नित्यकर्म से निवृत्त हो स्नानोपरांत अपने पूजा स्थान में सुबह-शाम शुद्ध सरसों के तेल का दीपक जलाकर ॐ  प्रां प्रीं प्रौ स: शनैश्चराय नम: का श्रद्धानुसार जाप करें।
* पूरे वर्ष शांति रहे इसके लिए मंगलवार का व्रत व सुंदर काण्ड का पाठ करें।
 
संपूर्ण समस्याओं के निवारण के लिए 7 मुखी रुद्राक्ष 11 दानें लाल धागे में सोमवार के दिन शुभ महुर्त में धारण करें। स्वच्छता का ध्यान रखें।