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कर्क राशि CANCER 2022

कर्क राशि
सन् 2022 की संपूर्ण राष्ट्रवासियों को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनायें। 2022 आपके लिए शुभ व मंगलमय रहें। शनि भगवान के श्री चरणों में मेरी प्रार्थना हैं। 
2022 कॅरियर, कारोबार, धन, परिवार, स्वास्थ्य, शिक्षा और यात्रा के दृष्टिकोण से कैसा रहेगा। इस विषय पर बात करूं उससे पहले इस वर्ष के ग्रहयोगायोग।
• कर्क राशि का राशि अधिपति चंद्रदेव वर्ष प्रारंभ में स्वराशि लग्न में, सूर्यदेव, बुधदेव धनुराशि छठे भाव में, मंगल मेष राशि दशम भाव में, बृहस्पतिदेव शनिदेव मकर राशि सप्तम भाव में, शुक्रदेव, केतुदेव वृश्चिक राशि पंचम भाव में, राहुदेव वृषभ राशि ग्यारहवें भाव से गोचर कर रहे हैं।
• साल 2021 की चर्चा करूं उससे पहले दृष्टि डाले कर्क राशि के व्यक्तित्व पर।
• कर्क लग्न या कर्क राशि के जातक अधिकतर भारी शरीर वाले, नाजुक अंग वाले, मजबूत पंजा वाले, सामान्य से कम कद वाले औरर मस्तानी चाल वाले होते हैं। प्राय: ऐसे व्यक्तियों की गर्दन मोटी, कमर मोटी व गोरा वर्ण होता हैं। इस राशि का स्वामी चंद्रमा होता हैं। जो सदा घटता-बढ़ता रहता हैं। इसलिए इस राशि या लग्न के जातक भी इसी प्रकार परिवर्तनशील होते हैं। अधिकतर ऐसे व्यक्तियों के जीवन में उन्नति-अवनित के अवसर बार-बार आते रहते हैं। इनकी कल्पना शक्ति बहुत अच्छी होती हैं परंतु आवेशात्मक होने के कारण ऐसे व्यक्ति तुनक-मिजाज हो जाते हैं तथा जरा-जरा सी बातों पर बहुत क्रोध करने का इनका स्वभाव हो जाता हैं। ऐसे व्यक्तियों को मध्य अवस्था के बाद जीवन का अच्छा सुख प्राप्त होता है और यह घूमने-फिरने के शौकिन हो जाते हैं। क्योंकि कर्क राशि एक चर राशि होती हैं।
• इस राशि के स्वामी जल के शौकीन, जनसेवा या समाज सेवा रुचि वाले, श्रेष्ठ वाक् शक्ति से युक्त होते हैं और सेवा प्रकृति के कारण समाज में अच्छा सम्मान प्राप्त करते हें। इस लग्न में सप्तम भाव का स्वामी शनि होता हैं। ऐसे व्यक्तियों को दांपत्य सुख अच्छा रहता हैं। एक बात और देखी है मैंन इन लोगों मेें कि ऐसे व्यक्ति धन से ज्यादा प्यार करते हैं और खर्च करने में भी कंजूसी करते हैं।
• व्यावसायिक क्षेत्र में इस लग्न के जातक अच्छी सफलता प्राप्त करते हैं। ऐसे व्यक्ति, चावल, चांदी, रत्न-आभूषण, तरल पदार्थों का व्यवसाय या सरकारी नौकरी करते हैं। यदि ये राजनीति में हो या न्यायाधीश हों तो इन्हें अच्छी सफलता मिलती हैं। क्योंकि कर्क राशि में बृहस्पति उच्च होता हैं।
• ऐसे व्यक्तियों को अधिकतर हिस्टीरिया, घबराहट, बदहजमी आदि रोग होने की संभावना रहती हैं। 
• कर्क राशि का स्वामी- चंद्रमा
• शुभ दिन :- सोमवार
• शुभ रंग :- सफेद
• शुभ रत्न :- मोती
• शुभ अंक :- 2
• हर महीने की 2, 11, 20, 29 तारीखें अति शुभ।
• लेकिन 1, 3, 9 तारीखें सावधान रहें।
• भगवान शिव की आराधना लाभदायक रहेगी।
 
कॅरियर, कारोबार और धन:- 
• कॅरियर, कारोबार और धन के दृष्टिकोण से यह साल 2021 पिछले वर्ष से अधिक सफल व लाभदायक रहेगा।
• वर्ष प्रारंभ से लेकर 30 मार्च तक का समय आर्थिक दृष्टिकोण से आपके लिए शुभ रहेगा। लेकिन इस समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि धन उधार ना दें। 
• रूके हुए काम बनेंगे। 
• किया गया पूंजी निवेश शुभफल प्रदान करेगा। 
• आपके काम करने के तरीके व आपके काम करने की शैली से आर्थिक कोष में वृद्धि होगी।
• यदि आप नौकरी में है तो आपको मनोनुकूल प्रमोशन, स्थान परिवर्तन का अवसर भी प्राप्त होगा।
• नये रोजगार के साधन उपलब्ध होंगे। कॅरियर संबंधी समस्याओं का निवारण होगा।
• व्यवसाय में मेडिकल, कंस्ट्रक्शन, लोहा, कृषि का क्षेत्र, मैनिफेक्चर,एक्सर्पोट-इंर्पोट इन सब कार्यों में विशेष लाभ प्राप्त होगा।
• इस वर्ष कारोबार में नई ऊंचाईयों को छूने का अवसर प्राप्त होगा।
• यदि आप इस वर्ष अपने कारोबार में सही समय पर सही निर्णय लें तो हर दृष्टिकोण से सफलता आपका दामन चूमेगी।
• कारोबार की नई नवीन योजनाएं बनेगी।
• कारोबार में नये संबंधों के साथ-साथ कारोबार में विस्तार का भी मौका मिलेगा।
• देश-विदेश से मनोनुकूल लाभकारी संबंध बनेंगे। 
• अकस्मात धन प्राप्ति होगी। 
• 30 अप्रैल से 26 मई के बीच समय थोड़ा सा सावधानी का हैं।
• नौकरी, कारोबार, स्थान परिवर्तन के लिए समय ठीक नहीं हैं। 
• इस समय कानूनी दायरें में रहकर कार्य करें। नुकसान की संभावना हैं।
• हां, एक बात का ध्यान रखना है कि साझेदारों व कर्मचारियों पर अंधाविश्वास न करें।
• देश-विदेश से मनोनुकूल व्यापारिक संबंधों के साथ-साथ भूमि-भवन और वाहन की प्राप्ति का योग भी है।
 
पारिवारिक दृष्टि से:- 
• पारिवारिक दृष्टिकोण से कर्क राशि वालों के लिए यह वर्ष खुशियों से भरा रहेगा।
• पारिवारिक सदस्यों का सहयोग मिलेगा।
• पारिवारिक समंवय बना रहेगा।
• दांपत्य संबंधों में अनुकूलता आएगी।
• जीवन साथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
• संतान पक्ष मनोनुकूल रहेगा।
• 11 मई से लेकर 29 सितंबर 2021 में शनिदेव सप्तम भाव में वक्री होंगे। पैतृक संपत्ति को लेकर थोड़ी सी सावधानी बरतें।
• इस दौरान अपने व्यवहार में थोड़ा सा लचीलापन रखें।
• कोशिश करें कि विवाद का हल घर की चारदीवारी में ही निपट जाएं तो अच्छा रहेगा।
• संतान पक्ष पर भी थोड़ा ध्यान देना पड़ेगा।
• पारिवारिक रिश्तों में बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप कलह का कारण बन सकता हैं। सावधानी बरतें।
 
युवा वर्ग:- 
• युवा वर्ग के लिए यह वर्ष पिछले वर्ष की अपेक्षा अच्छा रहेगा।
• युवा वर्ग को वर्ष के प्रारंभ में मनोनुकूल कार्य सफलता प्राप्त होगी।
• कॅरियर, कारोबार और नौकरी संबंधी मसलों में सफलता मिलेगी।
• पारिवारिक सदस्यों का पूर्ण सहयोग।
• मनोनुकूल नौकरी की प्राप्ति का योग।
• अधिकारी वर्ग अनुकूल रहेंगे।
• भाई-बहनों, मित्रों व रिश्तेदारों से भी रिश्तों में मधुरता रहेगी।
• जिस तरह के ग्रह योगायोग है आप अपना स्वयं का भी काम शुरू कर सकते हैं।
 
विद्यार्थी वर्ग
• विद्यार्थियों के लिए साल 2021, 2020 से अच्छा रहेगा।
• लेकिन शिक्षा में सफलता के लिए कड़ी मेहनत व कठिन परिश्रम की आवश्यकता पड़ेगी।
• वर्ष प्रारंभ में केतुदेव शुक्रदेव पंचम भाव में गोचर कर रहे हैं।
• आलस्य, अनावश्यक रात्रि भ्रमण, सोशल मीडिया की वजह से पढ़ाई से ध्यान भटक सकता हैं।
• शिक्षा, नौकरी और कार्य क्षेत्र में अपने लक्ष्यों की पूर्ति के लिए कठिन परिश्रम करना होगा। खुशी बात यह है कि परिश्रम का पूर्ण फल मिलेगा। 
• मनोनुकूल शिक्षण क्षेत्र व कॉलेज में आपका दाखिला होगा।
• यदि आप कंपीटिशन की तैयारी कर रहे हैं या किसी परीक्षा या प्रतियोगिता में भाग लेना चाहते हैं तो यह समय आपके लिए मनोनुकूल रहेगा। 
• परंतु 1 जनवरी से 22फरवरी 2021 मंगलदेव दशम स्थान में स्थित होकर पंचम भाव से षडाष्टक संबंध स्थापित कर रहे हैं। इसीलिए थोड़ी सी सावधानी बरतनी पड़ेगी।
• इस दौरान व्यर्थ का भ्रमण न करें।
• अपने लक्ष्य को अपनी आंखों से ओझल न होने दें।
• आप तकनीकी शिक्षा, कानून, मेडिकल या मैनेजमेंट का कोर्स कर रहे हैं तो लाभ के लिए संघर्ष की आवश्यकता हैं।
• तथाकथित मित्र मंडलियों से सावधान रहें।
• स्कूल कॉलिज यदि जरूरी न हो तो न बदलें।
• इस वर्ष सब कुछ भुलाकर अपनी शिक्षा पर ध्यान दें। सुनहरा समय आपका इंतजार कर रहा है।
• अगस्त और सितंबर का महीना आपके लिए शुभ रहेगा।
• आय में वृद्धि होगी। विभागीय परीक्षाओं के परिणाम मनोनुकूल प्राप्त होंगे।
• तकनीकी, कानून, बैकिंग शिक्षा के क्षेत्र में प्रयासरत विद्यार्थियों के लिए यह समय मनोनुकूल रहेगा।
 
स्वास्थ्य की दृष्टि से:- 
• कर्क राशि वालों के लिए यह स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से यह वर्ष ठीक रहेगा।
• किसी गंभीर बीमारी के संकेत ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से नजर नहीं आ रहे हैं।
• मौसमी बिमारियों को छोड़ दिया जाए तो ज्यादा तकलीफ नजर नहीं आ रही है।
• फिर भी खान-पान पर ध्यान रखें। दैनिक दिनचर्या को नियमित रखें।
• चिंताओं को अपने ऊपर हावी न होने दें।
• स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से मार्च, अप्रैल का महीना अनुकूल नजर नहीं आ रहा है। 
• स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना होगा, विशेषकर वे लोग जो शुगर, हृदय रोग जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। 
 
यात्रा
• इस वर्ष पारिवारिक सदस्यों के साथ लंबी यात्रा का भी योग नजर आ रहा है। 
• व्यवसाय के दृष्टिकोण से की गई यात्राएं लाभदायक रहेगी। 
• एक बात और  कहना चाहता हूं- कर्क राशि वालों को इस वर्ष धरनों,  राजनैतिक रैलियों की यात्राओं में थोड़ा सा सावधानी की आवश्यकता नजर आ रही है। 
• यदि स्वयं के वाहन से यात्राओं पर निकलते हैं तो भगवान शिव की ध्यानावस्था की  अंगुष्ठ प्रमाण मूर्ति अपने वाहन में अवश्य रखें।
 
क्या न करें 2022 में
• सामाजिक मर्यादाओं का उलंघन न करें।
• बिना सोचे-समझे किसी की मध्यस्थता न करें।
• वाणी पर संयम रखें।
• चाटुकारिता से बचें।
• दांपत्य जीवन की मर्यादा के साथ खिलवाड़ नहीं करें।
• तानाशाही विचार धारा कलह पैदा करेगी।
• जरूरी नहीं है कि हमेशा वातावरण आपके अनुकूल हो।
• किसी रिश्तेदार की वजह से अनहोनी की संभावना नजर आ रही है। लापरवाही न बरतें।
 
क्या उपाय करें 2022 में आर्थिक सुदृढ़ता के लिए
• श्रावण के महीने में प्रत्येक सोमवार को सफेद कपड़े में मिश्री और चावल बांध अपने ऊपर से 7 बार उसार कर बहते पानी से प्रवाह करने से सुख-स्मृद्धि होती है।
• अपनी माता से चांदी व चावल लेकर चांदी की डिब्बी में डालकर संभालकर रख दें। आर्थिक पक्ष मजबूत रहेगा।
 
स्वास्थ्य में सुधार के लिए
• यदि आपका स्वास्थ्य अनुकूल नहीं रहता हो, प्रयासों के बावजूद भी डॉक्टर को बीमारी समझ में नहीं आ रही हो, दवा काम नहीं कर रही हो, आपके परिवार से बीमारी नहीं जा रही हो तो 
• हर सोमवार को प्रदोष काल में स्नानोपरांत भगवान शिव का जल, गंगाजल और पंचामृत से स्नान के बाद शुद्ध जल से स्नान कराकर शुद्ध वस्त्र धारण कराएं। तत्तपश्चात श्रद्धापूर्वक पंचोपचार पूजन करें। पीले चंदन से भगवान शिव का लेप करें। धूप, दीप, नैवेद्य, अक्षत और पुष्प अर्पित करें। तांबे को छोडक़र अन्य किसी धातु के  बर्तन में दूध डालकर ऊँ जूं: सा: मंत्र का जाप करते हुए भगवान शिव के शिवलिंग का अभिषेक करें। ऐसा करने से संपूर्ण रोगों से मुक्ति मिलेगी। जीवन खुशियों से भरा रहेगा।
• प्रतिदिन सूर्य को जल अर्पण करने के बाद शिवलिंग पर जल चढ़ाए। 
• चींटीओं को आटे में शक्कर मिलाकर डाले।
 
पारिवारिक सुख-शांति व बाधा निवारण के लिए
• भगवान शिव की आराधना पारिवारिक सुख-शांति के लिए महत्वपूर्ण रहेगी।
• हर रोज नित्यक्रम से निवृत्त हो स्नानोपरांत भगवान शिव के शिवलिंग प बेलपत्र अर्पित करें।
• बड़ या पीपल के नीचे हर शाम को चंदन की धूपबत्ती जलाएं। और सरसों के तेल का दीपक जलाना लाभकारी रहेगा।
• संपूर्ण समस्याओं के निवारण के लिए 6 मुखी तीन दाने, 12 मुखी एक दाना और 9 मुखी तीन दाना रुद्राक्ष लाल धागे में सोमवार के दिन शुभ महुर्त में धारण करें। स्वच्छता का ध्यान रखें।