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मिथुन राशि GEMINI 2021

मिथुन राशि 2021
सन् 2021 की संपूर्ण राष्ट्रवासियों को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनायें। 2021 आपके लिए शुभ व मंगलमय रहें। शनि भगवान के श्री चरणों में मेरी प्रार्थना हैं। 
2021 कॅरियर, कारोबार, धन, परिवार, स्वास्थ्य, युवा, शिक्षा व यात्रा के दृष्टिकोण से कैसा रहेगा इस विषय पर बात करूं उससे पहले मिथुन राशि वालों के लिए इस वर्ष के ग्रह योगायोग
मिथुन राशि का स्वामी राशि अधिपति बुधदेव वर्ष प्रारंभ में सूर्यदेव के साथ सप्तम भाव, चंद्रदेव कर्क राशि दूसरे भाव, मंगलदेव मेष राशि ग्यारहवें भाव, बृहस्पतिदेव मकर राशि अष्टम भाव, शुक्रदेव केतुदेव वृश्चिक राशि छठें भाव, राहुदेव वृषभ राशि बारहवें भाव से गोचर कर रहा हैं।
मिथुन राशि वालों दाती महाराज का निवेदन है आपको सन् 2021 में किसी भी प्रकार से भ्रमित, भयभीत और भ्रांति में नहीं रहना चाहिए। लोग आपको डरायेंगे कि आपको शनि की अष्टम ढैय्या हैं। मेरा सिर्फ इतना कहना है कि देवाधिदेव बृहस्पतिदेव श्रीशनिदेव के साथ मणिकांचन योग में अष्टम भाव से गोचर कर रहे हैं। यह आपके लिए अनुकूल, शुभ व लाभदायक हैं। इसीलिए आपको ढैय्या से डरने की जरूरत नहीं हैं।
 
कॅरियर और कारोबार
• मिथुन राशि वालों के लिए वर्ष 2021 कॅरियर, कारोबार व व्यवसाय के दृष्टिकोण से यह वर्ष उत्तम रहेगा।
• वर्ष प्रारंभ से लेकर मार्च तक का समय कॅरियर के दृष्टिकोण से बड़ा शुभ रहेगा।
• मनोनुकूल रोजगार के साधन मिलेंगे।
• कॅरियर संबंधी संपूर्ण परेशानियों का निवारण होगा।
• नौकरी में मनोनुकूल अवसर प्राप्त होंगे।
• सरकारी समस्याओं का निवारण होगा। मनोनुकूल सुखद परिणाम प्राप्त होंगे। 
• जिस तरह के ग्रह योगायोग है 17 मार्च से 10 अप्रैल 2021 तक शुक्र उच्च राशि मीन में गोचर करेंगे।
• इस समय आपको मनोनुकूल प्रमोशन व स्थानांतरण की प्राप्ति होगी।
• धन प्राप्ति और उन्नति के अवसर प्राप्त होंगे। 
• सहकर्मचारियों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। अगर आप इस समय जॉब बदलना चाहते हैं तो समय आपके लिए अनुकूल हैं।
• आपके कार्यों से अधिकारी प्रसन्न रहेंगे।
• 14 मई से 15 जून 2021 के बीच में बारहवें भाव वृषभ राशि राहुदेव और सूर्यदेव का ग्रहण योग थोड़ा सा सावधानी का संकेत दे रहे हैं।
• लेकिन नौकरी को लेकर आपको परेशानी नजर नहीं आ रही हैं।
• शत्रु चाहकर भी आपका नुकसान नहीं कर सकता।
• मान-सम्मान व यश में वृद्धि होगी।
• वर्ष प्रारंभ से ही अष्टम स्थान में शनिदेव के साथ बृहस्पतिदेव का होना आपके लिए बड़ा लाभकारी रहेगा।
• इस साल आपको अवश्य प्रमोशन मिलेगी।
 
कारोबार और धन
• कारोबार में मनोनुकूल सफलता मिलेगी। आय के एक से अधिक साधन उपलब्ध होंगे।
• राहुदेव आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर कर रहा हैं। कार्यों में कठिन परिश्रम व संघर्ष तो हैं परंतु आपको आर्थिक सफलता अवश्य प्राप्त होगी।
• आपकी कार्य क्षमता, कार्यशैली का प्रभाव मार्किट में पड़ेगा।
• शत्रु भी आपकी प्रशंसा करेंगे।
• जमीन-जायदाद के कार्य, कमीशन एजेंट, कपड़े का व्यापार, केमिकल का व्यापार में आपको मनोनुकूल धन की प्राप्ति होगी। 
• 17 मार्च से 10 अप्रैल 2021 के बीच शुक्रदेव मीन राशि में उच्च होकर के गोचर करेंगे। यह समय आपके लिए व्यवसायिक दृष्टिकोण से बड़ा शुभ रहेगा। 
• नये व्यवसायिक संबंध बनेंगे। चल-अचल संपत्ति की प्राप्ति का प्रबल योग।
• इस समय यदि आप किसी वस्तु की मैन्युफेक्चरिंग कर रहे हैं तो आपके लिए लाभ मार्ग प्रशस्त होगा।
• एक बात का विशेष ध्यान रखें। जुलाई व सितंबर के महीने में नौकरी व व्यवसाय में कोई परिवर्तन ना करें। और ना ही नये व्यवसाय में पूंजी निवेश करें।
• यह समय थोड़ा सा सावधानी का हैं। 
• विवादित सौदों से दूर रहें। सरकारी संस्थाओं के साथ पंगा ना लें।
• 14 सितंबर के बाद पूंजी निवेश के लिए बहुत अच्छा समय हैं।
• नवंबर, दिसंबर कारोबार के दृष्टिकोण से शुभ रहेगा।
• परंतु व्यवसाय विस्तार के लिए कर्जा सोच समझ कर लें।
• इस समय थोड़े से खर्चें बढ़ेंगे, लेकिन यह खर्चें अच्छे वाले हैं। 
• इस वर्ष भूमि, भवन और वाहन प्राप्ति का प्रबल योग है। परंतु आपको इस वर्ष व्यापारिक प्रतिद्वंदियों से चुनौती भी मिल सकती है।
• क इसीलिए व्यवसायिक वाद-विवाद को संयम, धैर्य और प्रेम से निपटाना होगा।
 
पारिवारिक स्थिति:-
• मिथुन राशि वालों के लिए साल 2021 पारिवारिक दृष्टिकोण शुभ व मंगलमय रहेगा।
• पारिवारिक संबंधों में प्रगाढ़ता आयेगी।
• बड़े बुजुर्गों का पूर्ण आशीर्वाद प्राप्त होगा।
• पारिवारिक सदस्यों के साथ घूमने-फिरने का अवसर मिलेगा।
• घर परिवार में मांगलिक कार्य संपन्न होंगे।
• पारिवारिक सदस्यों से वैचारिक मतभेद से पीछा छूटेगा।
• संतान प्राप्ति का शुभ योग, जीवन साथी का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा।
• पैतृक संपत्ति की प्राप्ति होगी।
• संभव हो तो इस वर्ष अपनी संतान के नाम से चल-अचल संपत्ति न खरीदें।
• साझेदारों के साथ संबंध अनुकूल रहेंगे।
• पारिवारिक मतभेदों से पीछा छुटेगा। घर में शांति रहेगी। 
• घर, मकान, प्रोपर्टी बेचने-खरीदने से लाभ प्राप्त होगा।
• आपसे निवेदन है कि आप परिवार को साथ लेकर चलें और अपनी वाणी पर संयम रखना बहुत जरूरी हैं। 
 
युवा वर्ग:- 
• युवा वर्ग के लिए यह वर्ष सफलता का संकेत दे रहा है।
• परीक्षा और प्रतियोगिता में अनुकूल सफलता मिलेगी।
• मैनेजमेंट, बैकिंग, आर्थिक क्षेत्र, सी.ए., सी. एस., कंपयूटर और कॉमर्स के विद्यार्थियों के लिए पूर्ण लाभ का संकेत मिल रहा हैं।
• नौकरी और कॅरियर संबंधी परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
• कठिन परिश्रम और मेहनत कापूर्ण फल प्राप्त होगा।
• शादी विवाह के मसलें हल होंगे।
• समाज में सुयश बढ़ेगा। और हॉयर एजुकेशन में भी आपको सफलता मिलेगी।
• परंतु नौकरी और व्यवसाय में लापरवाही से बचना होगा। 
• कठिन परिश्रम के बावजूद सफलता अवश्य मिलेगी। 
• परंतु अनैतिक कार्यों से दूर रहें। 
• सरकार से पंगा नही लें एवं माता-पिता की सलाह को अनदेखा न करें। 
• अन्यथा परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। 
• मित्र मंडली आपको गलत कार्यों से जोड़ सकती है, उनसे भी सावधान रहें। 
 
विद्यार्थी वर्ग
• विद्यार्थियों के  लिए यह वर्ष शिक्षा के दृष्टिकोण से उत्तम तो रहेगा।
• विशेषकर मेडिकल, मैनेजमेंट, तकनीकी क्षेत्र से जुड़े विद्यार्थियों के लिए यह साल अच्छा रहेगा।
• कॉमर्स से जुड़े विद्यार्थियों के लिए भी यह वर्ष शुभ संकेत दे रहा है।
• किए गए प्रयास सफल होंगे। 
• परीक्षा परिणाम उत्तम रहेगा।  
• परंतु लापरवाही से बचना होगा। बहुत जरूरी है शिक्षा पर ध्यान देना।
• अपने आस-पास के वातावरण को ठीक रखना।
• शिक्षा में सफलता तभी मिलेगी।
• जब आप व्यर्थ की मित्र मंडली से दूर रहेंगे तो।
• मानसिक अस्थिरता को उत्पन्न न होने दें। 
• छोटी-छोटी चीजों को लेकर क्रोध न करें। 
• ध्यान रहे, शिक्षा में सफलता आप पर निर्भर करती है।
• ग्रह नक्षत्र यह संकेत जरूर दे रहे हैं कि व्यर्थ के रात्रि भ्रमण से बचें।
• अनैतिक कार्यों से दूर रहें।
• केवल पढ़ाई पर ध्यान दें। अगर आप ऐसा करते हैं तो सफलता अवश्य मिलेगी।
 
स्वास्थ्य:- 
• मिथुन राशि वालों के लिए स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह वर्ष ठीक रहेगा।
• देवाधिदेव शनिदेव इस राशि में अष्टम भाव से गोचर कर रहे हैं।
• संपूर्ण रोग, ऋण और शत्रु से छुटकारा मिलेगा।
• ग्रह नक्षत्रों के हिसाब से मुझे कोई गंभीर बीमारी नजर नहीं आ रही है।
• हां, यह अलग बात है कि 11 मई से 29 सितंबर के बीच में देवाधिदेव शनिदेव वक्री होंगे। और यह समय विशेषरूप से जिन्हें श्वांस, हाई बीपी., वायु विकार, जोड़ों का दर्द, कमर व पीठ दर्द जैसी कोई तकलीफ है तो उन्हें तुरंत चिकित्सा का सहारा लेना चाहिए।
• यदि आप नशा करते हैं तो इससे जरूर बचना चाहिए।
 
यात्रा:-
• यात्रा के दृष्टिकोण से मिथुन राशि वालों को इस वर्ष नजदीक और दूर की बहुत सी यात्राओं पर निकलना पड़ेगा।
• पारिवारिक सदस्यों के साथ भ्रमण का भी मौका मिलेगा।
• परंतु व्यापारिक यात्राएं इतनी लाभदायक नजर नहीं आ रही है। फिर भी आप व्यापार विस्तार के लिए यात्रा करें। उसमें सावधानी बरतें और सोच-समझ कर सौदा करें। तो अच्छा रहेगा।
• यात्रा में अनावश्यक खर्च बढ़ेगा। 
• निजी वाहन से लंबी यात्रा करना नुकसानदायक रहेगा। 
• साथ ही छोटी-मोटी दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता सकता है।
• बहुत जरूरी है 23 मई से 29 सितंबर के बीच लंबी यात्रा सावधानी से करें। 
• यात्रा में जाते समय नारियल को नीले कपड़े में लपेट ऊपर से कलावा बांधकर अवश्य अपने साथ लेकर जाएं। 
• क यात्राएं ठीक रहेगी।
 
क्या न करें 2021 में
• दोहरेपन से बचें।
• समाज, परिवार और सरकार विरोधी कोई कार्य न करें।
• अपने लाभ के चलते दूसरों का हक नहीं मारें।
• निराशा, आलस्य और अकर्मण्यता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दें।
• भावनाओं में बह कर निर्णय न लें।
• बिना सोचे समझे मित्र के कार्य में मध्यस्थता करने से मोटा नुकसान हो सकता है।
• विशेषकर बैंक आदि का कर्जा लेते समय मध्यस्थता न करें। अन्यथा हानि हो सकती है।
 
क्या उपाय करें 2021 में  
• आर्थिक सुदृढ़ता के लिए
• यदि आपको अपने जीवन में अनावश्यक विघ्र व संकटों का सामना करना पड़ रहा हो, कारोबार में विघ्र आ रहे हो, कॅरियर, नौकरी में अनावश्यक बाधाओं का सामना करना पड़ रहा हो तो किसी भी माह के प्रथम बुधवार के दिन यह पूजा प्रारंभ करें। और लगातार 40 बुधवार करें। 
• बुधवार के दिन नित्यक्रम से निवृत्त हो स्नानोपरांत शुद्ध वस्त्र धारण करने के उपरांत गणेश जी का पंचोपचार पूजन करें। धूप, दीप, नैवेद्य, पुष्प और अक्षत अर्पित करें। तत्तपश्चात सिंदूर को चमेली के तेल में घोलकर दूर्वा से भोजपत्र पर ऊँ गणेशवराय नम: मंत्र को 108 बार लिखें। पुन: शुद्ध आसन पर बैठकर हकीक की माला पर ऊँ गणेशवराय नम: मंत्र की 7 माला जाप करें। भोज पत्र पर लिखे हुए मंत्र को गणेश जी के श्री चरणों में अर्पित कर दें। संपूर्ण कष्टों से छुटकारा मिलेगा।
• नियमित घर में चौमुखा घी का दीपक जलाकर गजेन्द्र मोक्ष का पाठ करें।
• पीतल के बर्तन में गंगा जल भरकर घर में रखें।
• पीले कपड़े में चने की दाल बांधकर मंदिर में दान करें।
• स्वास्थ्य में सुधार के लिए
• शनि उपासना प्रतिदिन करें। शनि मंत्र का जाप करें।  मंत्र ú प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:। शनिवार को शनि तैलाभिषेक करें। 
• मंगलवार को हनुमान जी की प्रतिमा पर सिंदूर लगवाएं व प्रसाद बांटे और सुंदर काण्ड का पाठ करें।
• पारिवारिक सुख-शांति व बाधा निवारण के लिए
• चीटियों को आटे में शक्कर मिलाकर डालें। 
• दूध और चावल मंदिर में दें।
• पीले रंग की कौडिय़ां जलाकर उसकी राख अपने ऊपर से सात बार उसार कर नदी में बहा दें।
• संपूर्ण समस्याओं के निवारण के लिए 4 मुखी दो दाने, 11 मुखी तीन दाना और 8 मुखी दो दाना रुद्राक्ष लाल धागे में सोमवार के दिन शुभ महुर्त में धारण करें। स्वच्छता का ध्यान रखें।