Submitted by Shanidham
सुबह-सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि कर स्वच्छ कपड़े पहनें। पूजा स्थान की सफाई करें। भोलेनाथ के सामने आंख बंद शांति से बैठें और व्रत का संकल्प लें। दिन में दो बार सुबह और शाम को भगवान शंकर व मां पार्वती की अर्चना जरूर करें। भगवान शंकर के सामने तिल के तेल का दीया प्रज्वलित करें और फल व फूल अर्पित करें। आसपास कोई मंदिर है तो वहां जाकर भोलेनाथ के शिवलिंग पर जल व दूध अर्पित करें। भगवान शिव को दूध और जल अर्पित करना बहुत अच्छा माना जाता है। सावन के सोमवार को हो सके तो रुद्राभिषेक कराएं। सावन के महीने में वैसे शिवलिंग पर दूध चढ़ाया जाता है। इसके अलावा शिवलिंग पर गन्ने का रस चढ़ाने से जीवन में सभी तरह की सुख और समृद्धि की प्राप्ति होती है । अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करते हैं तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं.
सोमवार व्रत का संकल्प सावन में लेना सबसे उत्तम होता है. भगवान शिव की पूजा के लिए यह महीना तो बेहद खास है. वैवाहिक जीवन के लिए सोमवार की पूजा करना काफी अच्छा माना जाता है. अगर कुंडली में विवाह का योग न हो या विवाह होने में अड़चनें आ रही हों तो संकल्प लेकर सावन के सोमवार का व्रत किया जाना चाहिए.
सावन में मुख्य रूप से शिव लिंग की पूजा होती है और उस पर जल तथा बेल पत्र अर्पित किया जाता है. इस वर्ष सावन का पहला सोमवार 22 जुलाई को पड़ रहा है. अगर सावन के हर सोमवार को विधि पूर्वक भगवान शिव की आराधना करते हैं तो तमाम समस्याओं से मुक्ति पा सकते हैं. आइए आपको विभिन्न समस्याओं से मुक्त होने के उपाय बताते हैं.