इस बार के ग्रहण की खास बात यह है कि यह भारत में दिखाई देगा। भारतीय समय के अनुसार यह रात में 1 बजकर 31 मिनट पर, ग्रहण का मध्य 3 बजकर 1 मिनट, एवं चन्द्र ग्रहण का मोक्ष 4 बजकर 30 मिनट पर होगा।
ग्रहण की कुल अवधि 2 घंटे 59 मिनट होगी। भारत के साथ ही यह ग्रहण आस्ट्रेलिया, अफ्रीका, एशिया, यूरोप और दक्षिण अमेरिका में भी दिखाई देगा।
इस बार चंद्र ग्रहण आषाढ़ शुक्ल पूर्णिमा को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में लग रहा है। ग्रहणकाल में प्रकृति के भीतर कई तरह की नकारात्मक और हानिकारक किरणों का प्रभाव रहता है।
इसलिये ग्रहण के दौरान कई ऐसे काम हैं जिन्हें नहीं करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान अन्न जल ग्रहण नहीं करना चाहिेए।
चंद्र ग्रहण के दौरान स्नान नहीं करना चाहिए, खत्म होने के बाद या इससे पहले स्नान कर लें।